सुप्रीम कोर्ट ने आज समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग करने वाली याचिकाओ पर अपना बहुप्रतिक्षित फैसला सुना रहा है.प्रधान न्यायाधीश चंद्रचुड ने कहा कि केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश यह सुनिश्चित करे कि सम लैंगिक समुदाय के साथ भेदभाव ना हो.
कानून यह नही मान सकता कि केवल विपरीत लिंग के जोड़े ही अच्छे माता पिता साबीत हो सकते हैं कयोकी यह समलैंगिक जोड़ो के खिलाफ भेदभाव होगा.