नागपुर विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स में यू. सी. नाहटा ने मंगलवार को सिविल लाइन्स स्थित चेंबर को अस्थायी कार्यालय में पहुंचकर बतौर प्रशासक अपनी जिम्मेदारी ग्रहण कर ली हैं. प्रशासक के सारे खर्चे कि जिम्मेदारी नागपुर विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स को सौपी गयी है जिसमे उनकी 3.5 लाख कि मासिक सैलारी के अलावा रहने और घुमने कि जिम्मेदारी भी शामिल है.
इन खर्चो कि वजह से आणे वाले कूच दिनो मे एनवीसीसी को आर्थिक संकट का सामना करना पढ सकता है क्योंकी एनवीसीसी की सालाना कमाई ही 3 -3.5 लाख रुपए के आसपास हैं. यह कमाई उसे सदस्यता शुल्क और निर्यात के लिए जारी कीए जाने वाले ‘ सर्टिफिकेट ऑफ ओरिजिन ‘ के शुल्क से होतीं हैं.